कोरोना वायरस का दौर चल रहा है, इसलिए जानिए शरीर का तापमान मापने का सही तरीका?

कोरोना वायरस का दौर चल रहा है, इसलिए जानिए शरीर का तापमान मापने का सही तरीका?

सेहतराग टीम

पूरी दुनिया पर इस समय कोरोना रुपी बादल मड़रा रहा है। यही वजह है कि कोरोना वायरस का खौफ तकरीबन 200 देशों में बना हुआ है। यह इसलिए क्योंकि ना तो अभी तक इस वायरस का कोई तोड़ मिला है और ना ही इसकी वजह से प्रभावितों की संख्या में कमी आ रही है। मरीजों की संख्या में कमी होने के बजाए दिन प्रतिदिन इसके मरीज बढ़ते चले जा रहे हैं। यह वायरस एक दूसरे के संपर्क में आने से फैल रहा है। इसलिए यह काफी तेजी से फैल रहा है। वहीं इसके लक्षणों को ना जानने की वजह से भी लोग इसके शिकार हो जा रहे हैं। वैसे तो इसके खास लक्षण बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ है लेकिन सामान्य फ्लू में भी ऐसे ही लक्षण दिखाई देते हैं इसलिए लोग कन्फ्यूज हो जा रहे हैं। यही वजह है कि लगातार इसके मरीज बढ़ते चले जा रहे हैं।

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कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या देखे तो आगे आने वाले समय में काफी बड़ी चुनौती दिखाई दे रही है। इस चुनौती के चलते सरकार और मेडिकल इंडस्ट्री पर भी दबाव चरम पर पहुंच सकता है। इस वक्त 95 प्रतिशत लोगों में करोना वायरस के हल्के लक्षण दिखाई दिए हैं, जिनता इलाज घर पर आइसोलेशन में रह कर हो सकता है। जिन लोगों में हल्के लक्षण या कोई लक्षण नहीं दिखें हैं, उन्हें डॉक्टरों ने दिन में दो बार अपना तापमान मापने की सलाह दी है। साथ ही ये भी कहा कि लक्षण गंभीर होने पर या लगातार तेज़ बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी है। 

आज हम आपको खुद के शरीर का तापमान सही तरीके से मापने के कुछ टिप्स दे रहे हैं।

शरीर का सही टेम्प्रेचर

हमें कई बार बताया गया है कि शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री होता है, हालांकि, कई शोध बताते हैं कि ये असल में थोड़ा कम यानी 97.9 डिग्री होता है। इसके अलावा वज़न, लंबाई और कई कारणों की वजह से हर व्यक्ति के शरीर का तापमान अलग हो सकता है। इसलिए अगर आपको बुखार का पता लगाना है तो उसके लिए थर्मामीटर में शरीर का तापमान 100 या उससे अधिक आना चाहिए। 

बुखार मापने के लिए किस चीज़ का इस्तेमाल करें

बुखार के लिए आप आम मेडिकल थर्मामीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें दो तरह के थर्मामीटर आते हैं, मर्क्यरी और डिजिटल, ये दोनों ही बुखार मापने के लिए परफेक्ट हैं। ध्यान रखें कि थर्मामीटर को इस्तेमाल करने के बाद डिसइंफेक्ट ज़रूर कर लें और अपना थर्मामीटर किसी के भी साथ शेयर न करें।

बुखार के बाकी लक्षण

हालांकि, बुखर का पता लगाने के लिए थर्मामीटर बेस्ट है, लेकिन इसके अलावा भी पता लगाया जा सकता है कि बुखार है या नहीं। बुखार के लक्षणों का अनुभव आपको बचपन से है। इसलिए जब भी ठंड लगनी शुरू हो जाती है, पसीना आने लगता है, बदन में बुरी तरह दर्द होने लगता है, तो ये सभी लक्षण बुखार के होते हैं।  अगर आपका बुखार कई दिन से कम नहीं हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा आइसोलेशन में रहें और अपने परिवार के सदस्यों से भी दूर रहें। 

सही समय महत्वपूर्ण है

कई बार ऐसा होता है कि जब आप सुबह उठते हैं तो बिल्कुल स्वस्थ महसूस करते हैं, लेकिन दिन होने तक बुख़ार आ जाता है। आमतौर पर, शाम 4 से 9 बजे के बीच का समय होता है जब अक्सर बुखार अपने चरम पर पहुंच जाता है। इसलिए, अगर आप दिन में दो बार अपना तापमान माप रहे हैं, तो एक बार शाम 4 से 9 के बीच भी देखें। साथ ही हर दिन एक ही समय पर बुखार मापने से आपको शरीर के तापमान में बदलाव बेहतर तरीके से समझ आएगा।

 

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